नमस्ते बच्चों! मैं आपकी हिंदी शिक्षिका, आज हम जानेंगे कि मेरे परिवार में दिवाली कैसे मनाई जाती है। दिवाली, रोशनी का त्योहार, भारत में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। हर परिवार का अपना तरीका होता है इस त्योहार को मनाने का। तो चलो, मैं तुम्हें बताती हूँ कि मेरे घर में दिवाली कैसे मनाई जाती है।
दिवाली भारत का सबसे महत्वपूर्ण त्योहार है, और इसे पूरे देश में बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत और प्रकाश के अंधकार पर विजय का प्रतीक है। हर परिवार का दिवाली मनाने का तरीका थोड़ा अलग होता है, लेकिन त्योहार की भावना हमेशा एक ही रहती है – प्यार, खुशी और उत्सव। आइये देखें की मेरे परिवार में हम ये त्योहार कैसे मनाते हैं।
मेरे परिवार में दिवाली का उत्सव: 10 पंक्तियाँ
- दिवाली से कुछ दिन पहले ही, हम सब मिलकर घर की सफाई करते हैं। यह एक तरह से त्योहार की शुरुआत होती है!
- फिर, हम घर को रंगोली और दीयों से सजाते हैं। रंगोली बनाना मुझे बहुत पसंद है!
- दिवाली के दिन, सुबह हम सब जल्दी उठकर नए कपड़े पहनते हैं।
- इसके बाद, हम लक्ष्मी माता और गणेश जी की पूजा करते हैं। पंडित जी मंत्र पढ़ते हैं और हम सब आरती करते हैं।
- पूजा के बाद, हम सब मिलकर स्वादिष्ट पकवान खाते हैं। मेरी माँ और दादी बहुत ही स्वादिष्ट खाना बनाती हैं!
- शाम को, हम सब मिलकर पटाखे जलाते हैं। मुझे फुलझड़ी और चकरी चलाना बहुत अच्छा लगता है।
- पटाखे जलाने के बाद, हम अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को मिठाई और उपहार देते हैं।
- फिर, हम सब मिलकर रात को खाना खाते हैं और खूब बातें करते हैं।
- दिवाली के अगले दिन, हम गोवर्धन पूजा करते हैं।
- और आखिर में, भाई दूज के साथ दिवाली का उत्सव समाप्त होता है।
यह तो था कि हम दिवाली कैसे मनाते हैं। हर परिवार का अपना तरीका होता है, लेकिन दिवाली का महत्व हमेशा एक जैसा रहता है – खुशियाँ मनाना और एक दूसरे के साथ प्यार बांटना।
दिवाली की तैयारी: कुछ खास बातें
दिवाली सिर्फ एक दिन का त्योहार नहीं है, बल्कि यह कई दिनों तक चलने वाला उत्सव है। इसकी तैयारी कई दिन पहले से ही शुरू हो जाती है। यहाँ कुछ खास बातें हैं जो हम दिवाली की तैयारी करते समय ध्यान में रखते हैं:
- घर की सफाई: दिवाली से पहले घर की सफाई करना बहुत जरूरी होता है। माना जाता है कि लक्ष्मी माता साफ-सुथरे घर में ही आती हैं।
- रंगोली: रंगोली दिवाली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसे घर के प्रवेश द्वार पर बनाया जाता है और यह स्वागत का प्रतीक है।
- दीये: दीये दिवाली की पहचान हैं। इनसे घर को रोशन किया जाता है और यह अंधकार पर प्रकाश की जीत का प्रतीक है।
- नए कपड़े: दिवाली पर नए कपड़े पहनना शुभ माना जाता है।
- मिठाई: दिवाली पर मिठाई का बहुत महत्व होता है। हम घर पर भी मिठाई बनाते हैं और बाजार से भी खरीदते हैं।
दिवाली मनाते समय ध्यान रखने योग्य बातें
दिवाली खुशी का त्योहार है, लेकिन इसे मनाते समय कुछ बातों का ध्यान रखना भी जरूरी है ताकि कोई दुर्घटना न हो:
- पटाखे: पटाखे जलाते समय सावधानी बरतें। बच्चों को बड़ों की निगरानी में ही पटाखे जलाने दें।
- दीये: दीये जलाते समय उन्हें ऐसी जगह पर रखें जहाँ आग लगने का खतरा न हो।
- बिजली: बिजली की सजावट करते समय सावधानी बरतें।
- पर्यावरण: पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए कम प्रदूषण करने वाले पटाखे जलाएं।
दिवाली का महत्व
दिवाली सिर्फ एक त्योहार नहीं है, यह एक संदेश भी है। यह हमें सिखाता है कि हमेशा अच्छाई की जीत होती है और बुराई हार जाती है। यह हमें यह भी सिखाता है कि हमें हमेशा प्रकाश की ओर बढ़ना चाहिए और अंधकार से दूर रहना चाहिए। दिवाली हमें प्यार, खुशी और एकता का संदेश देती है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
दिवाली क्यों मनाई जाती है?
दिवाली भगवान राम के 14 वर्ष के वनवास के बाद अयोध्या लौटने की खुशी में मनाई जाती है। यह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।
दिवाली में लक्ष्मी माता की पूजा क्यों की जाती है?
दिवाली में लक्ष्मी माता की पूजा धन और समृद्धि की देवी के रूप में की जाती है।
दिवाली में पटाखे क्यों जलाए जाते हैं?
दिवाली में पटाखे खुशी और उत्सव का प्रतीक हैं।
दिवाली में रंगोली क्यों बनाई जाती है?
दिवाली में रंगोली स्वागत और शुभता का प्रतीक है।
दिवाली में दीये क्यों जलाए जाते हैं?
दिवाली में दीये अंधकार पर प्रकाश की जीत का प्रतीक हैं।
मुझे उम्मीद है कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएँ! आप और भी जानकारी के लिए जीवन सहायता पर जा सकते हैं।