Wed. Aug 20th, 2025

नमस्ते प्यारे दोस्तों,
Jivan Sahayata ब्लॉग पर आपका स्वागत है! मैं आपकी टीचर, आज आपको हमारे प्यारे देश, भारत के राष्ट्रीय प्रतीकों के बारे में कुछ महत्वपूर्ण और रोचक बातें बताऊँगी। ये प्रतीक सिर्फ चिह्न नहीं हैं, बल्कि ये हमारे देश की पहचान, संस्कृति, विरासत और गौरव का प्रतिनिधित्व करते हैं। ये हमें एकता के सूत्र में पिरोते हैं और हमारे दिलों में देशभक्ति की भावना जगाते हैं। तो चलिए, आज हम भारत के राष्ट्रीय प्रतीकों पर 10 महत्वपूर्ण पंक्तियों को जानते हैं।

10 Lines on National Symbols of India in Hindi

भारत के राष्ट्रीय प्रतीक पर 10 पंक्तियाँ

हर स्वतंत्र राष्ट्र के अपने कुछ राष्ट्रीय प्रतीक होते हैं, जो उसकी पहचान और संप्रभुता का बोध कराते हैं। भारत के भी अपने विशिष्ट राष्ट्रीय प्रतीक हैं जो देश की समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत को दर्शाते हैं। ये प्रतीक भारतीय नागरिकों के दिलों में गर्व और सम्मान की भावना का संचार करते हैं।

1. राष्ट्रीय ध्वज – तिरंगा

हमारे राष्ट्रीय ध्वज को ‘तिरंगा’ कहा जाता है क्योंकि इसमें तीन रंगों की क्षैतिज पट्टियाँ हैं। सबसे ऊपर केसरिया रंग है, जो देश की ताकत और साहस को दर्शाता है। बीच में सफेद पट्टी है, जो शांति और सच्चाई का प्रतीक है। सबसे नीचे हरा रंग है, जो देश की उर्वरता, वृद्धि और शुभता का प्रतीक है। सफेद पट्टी के केंद्र में एक नीले रंग का चक्र है, जिसे अशोक चक्र कहते हैं, इसमें 24 तीलियां हैं जो जीवन की गतिशीलता का प्रतीक हैं। भारतीय संविधान सभा ने 22 जुलाई, 1947 को तिरंगे को राष्ट्रीय ध्वज के रूप में अपनाया था।

2. राष्ट्रीय चिह्न – अशोक स्तंभ

भारत का राष्ट्रीय चिह्न सारनाथ में स्थित अशोक के सिंह स्तंभ की अनुकृति है। इसे 26 जनवरी, 1950 को अपनाया गया था, जिस दिन भारत एक गणतंत्र बना। मूल स्तंभ में चार शेर हैं जो एक-दूसरे की ओर पीठ करके खड़े हैं, ये शक्ति, साहस, आत्मविश्वास और गर्व का प्रतीक हैं। इसके नीचे ‘सत्यमेव जयते’ लिखा है, जिसका अर्थ है ‘सत्य की ही विजय होती है’।

3. राष्ट्रगान – जन-गण-मन

‘जन-गण-मन’ भारत का राष्ट्रगान है, जिसे रवींद्रनाथ टैगोर ने लिखा था। इसे पहली बार 27 दिसंबर, 1911 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन में गाया गया था। संविधान सभा ने 24 जनवरी, 1950 को इसे राष्ट्रगान के रूप में अपनाया। इस पूरे गान को गाने में लगभग 52 सेकंड का समय लगता है।

4. राष्ट्रीय गीत – वन्दे मातरम्

बंकिमचंद्र चटर्जी द्वारा रचित ‘वन्दे मातरम्’ भारत का राष्ट्रीय गीत है। यह गीत स्वतंत्रता संग्राम के दौरान क्रांतिकारियों के लिए प्रेरणा का एक बड़ा स्रोत था। इसे ‘जन-गण-मन’ के बराबर का दर्जा प्राप्त है। यह पहली बार 1896 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सत्र में गाया गया था।

5. राष्ट्रीय पशु – बाघ

राजसी बाघ को भारत के राष्ट्रीय पशु के रूप में मान्यता दी गई है। यह अपनी शक्ति, चपलता और भव्यता के लिए जाना जाता है। बाघ भारत के गर्व और शक्ति का प्रतीक है। बाघों की घटती संख्या को देखते हुए, भारत सरकार ने इन्हें बचाने के लिए ‘प्रोजेक्ट टाइगर’ जैसी कई परियोजनाएं शुरू की हैं।

6. राष्ट्रीय पक्षी – मोर

भारतीय मोर, अपने सुंदर और रंगीन पंखों के साथ, भारत का राष्ट्रीय पक्षी है। यह सुंदरता, गर्व और पवित्रता का प्रतीक है। मोर को भारतीय वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 के तहत पूर्ण संरक्षण प्राप्त है।

7. राष्ट्रीय पुष्प – कमल

कमल का फूल भारत का राष्ट्रीय पुष्प है। यह पवित्रता, सुंदरता, उर्वरता, ज्ञान और समृद्धि का प्रतीक है। प्राचीन भारतीय कला और पौराणिक कथाओं में कमल का एक विशेष स्थान है और यह भारतीय संस्कृति का एक मांगलिक प्रतीक माना जाता है।

8. राष्ट्रीय वृक्ष – बरगद

बरगद का पेड़, जिसे वट वृक्ष भी कहा जाता है, भारत का राष्ट्रीय वृक्ष है। यह अपनी लंबी आयु और विशाल शाखाओं के लिए जाना जाता है, जो एकता और दृढ़ता का प्रतीक है। यह वृक्ष भारत के इतिहास और लोक कथाओं में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है और इसे अनश्वर माना जाता है।

9. राष्ट्रीय फल – आम

फलों का राजा ‘आम’ भारत का राष्ट्रीय फल है। यह भारत की उष्णकटिबंधीय जलवायु का प्रतीक है और अपनी मिठास और सुगंध के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है। प्राचीन काल से ही भारत में आम की कई किस्में उगाई जाती रही हैं।

10. राष्ट्रीय नदी – गंगा

गंगा नदी भारत की सबसे पवित्र और लंबी नदी है, जिसे राष्ट्रीय नदी का दर्जा प्राप्त है। यह करोड़ों भारतीयों के लिए आस्था और जीवन का स्रोत है। गंगा नदी का धार्मिक, सांस्कृतिक और आर्थिक महत्व बहुत अधिक है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

भारत के कुल कितने राष्ट्रीय प्रतीक हैं?

भारत में कुल 17 राष्ट्रीय प्रतीक हैं। इनमें राष्ट्रीय ध्वज, गान, गीत, पशु, पक्षी, फूल, पेड़, फल, नदी, मुद्रा, कैलेंडर, जलीय जीव, विरासत पशु, सब्जी, सरीसृप, और निष्ठा की शपथ शामिल हैं।

राष्ट्रीय प्रतीकों का क्या महत्व है?

राष्ट्रीय प्रतीक किसी भी देश की पहचान और विरासत का एक अनिवार्य हिस्सा होते हैं। वे देश के नागरिकों में गर्व, एकता और देशभक्ति की भावना को बढ़ावा देते हैं और देश की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर का प्रतिनिधित्व करते हैं।

भारत का राष्ट्रीय आदर्श वाक्य क्या है?

भारत का राष्ट्रीय आदर्श वाक्य “सत्यमेव जयते” है, जो राष्ट्रीय चिह्न अशोक स्तंभ के नीचे देवनागरी लिपि में अंकित है। इसका अर्थ है “सत्य की ही विजय होती है”।
ये थे हमारे देश के कुछ प्रमुख राष्ट्रीय प्रतीक। हमें इन पर गर्व होना चाहिए और इनका सदैव सम्मान करना चाहिए। अधिक जानकारीपूर्ण अध्ययन सामग्री के लिए, आप हमारी वेबसाइट जीवन सहायता पर जा सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *