Fri. Aug 15th, 2025

नमस्ते विद्यार्थियों,
मैं जीवन सहायता में आपका शिक्षक हूँ। आज हम पहाड़ों के बारे में जानेंगे, जो हमारी पृथ्वी के सबसे शानदार और महत्वपूर्ण प्राकृतिक स्वरूपों में से एक हैं। उनकी विशालता और सुंदरता हमें हमेशा आकर्षित करती है। इस लेख में, हम पहाड़ों पर 10 पंक्तियों के साथ-साथ उनके निर्माण, प्रकार, महत्व और उनसे जुड़े कुछ रोचक तथ्यों पर भी नज़र डालेंगे।

पहाड़ों पर 10 पंक्तियाँ (10 Lines on Mountains)

1. पहाड़ पृथ्वी की सतह पर प्राकृतिक रूप से ऊँचे उठे हुए भू-भाग होते हैं।
2. आमतौर पर, 600 मीटर से अधिक ऊँचाई वाले भू-भाग को पहाड़ कहा जाता है।
3. पहाड़ अक्सर एक श्रृंखला या समूह में पाए जाते हैं, जिन्हें पर्वत श्रृंखला कहा जाता है।
4. विश्व की सबसे ऊँची पर्वत चोटी माउंट एवरेस्ट है, जो हिमालय पर्वत श्रृंखला में स्थित है।
5. पहाड़ नदियों के प्रमुख स्रोत होते हैं, जिनसे हमें पीने और सिंचाई के लिए पानी मिलता है।
6. पहाड़ विभिन्न प्रकार के पेड़-पौधों और जीव-जंतुओं का घर होते हैं, जो पर्वतीय पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करते हैं।
7. पहाड़ों पर ऊँचाई बढ़ने के साथ-साथ ऑक्सीजन का स्तर कम होता जाता है।
8. पहाड़ जलवायु को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और मानसूनी हवाओं को रोककर वर्षा कराते हैं।
9. पहाड़ कई प्रकार की बहुमूल्य जड़ी-बूटियों और औषधियों का खजाना हैं।
10. पर्वतारोहण एक साहसिक खेल है, जिसमें लोग पहाड़ों की चोटियों पर चढ़ने का प्रयास करते हैं।

पहाड़ कैसे बनते हैं? (How are Mountains Formed?)

पहाड़ों का निर्माण एक बहुत ही धीमी और लंबी भूवैज्ञानिक प्रक्रिया है जो पृथ्वी की भीतरी परतों में होने वाली हलचलों के कारण होती है। इसके मुख्य रूप से तीन कारण हैं:
* टेक्टोनिक प्लेटों की टक्कर: पृथ्वी की ऊपरी परत कई विशाल चट्टानी प्लेटों में बंटी हुई है, जिन्हें टेक्टोनिक प्लेट कहते हैं। जब दो प्लेटें एक-दूसरे से टकराती हैं, तो उनके किनारे मुड़कर और ऊपर उठकर पहाड़ों का निर्माण करते हैं। हिमालय पर्वत श्रृंखला इसका एक बेहतरीन उदाहरण है।
* ज्वालामुखी गतिविधियाँ: जब ज्वालामुखी फटता है, तो पृथ्वी के अंदर से मैग्मा (पिघली हुई चट्टान) बाहर निकलकर सतह पर जमा हो जाता है। समय के साथ यह लावा ठंडा होकर और परत दर परत जमने से ज्वालामुखी पर्वतों का निर्माण होता है। जापान का माउंट फ़ूजी इसका एक प्रसिद्ध उदाहरण है।
* अपरदन (Erosion): लाखों वर्षों तक हवा, पानी और बर्फ के कटाव के कारण भी पहाड़ों का निर्माण होता है। ये शक्तियाँ नरम चट्टानों को काट देती हैं और कठोर चट्टानें पहाड़ों के रूप में खड़ी रह जाती हैं। इन्हें अवशिष्ट पर्वत कहा जाता है।

पहाड़ों के प्रकार (Types of Mountains)

संरचना और निर्माण प्रक्रिया के आधार पर पहाड़ों को मुख्य रूप से कई प्रकारों में बाँटा जा सकता है:
* वलित पर्वत (Fold Mountains): ये पर्वत तब बनते हैं जब दो टेक्टोनिक प्लेटें एक-दूसरे से टकराती हैं और चट्टानों की परतें मुड़ जाती हैं। हिमालय, आल्प्स और एंडीज वलित पर्वतों के उदाहरण हैं।
* ब्लॉक पर्वत (Block Mountains): इन पर्वतों का निर्माण पृथ्वी की सतह में दरारें पड़ने और भूमि के एक बड़े हिस्से के ऊपर उठने या नीचे धँसने से होता है।
* ज्वालामुखी पर्वत (Volcanic Mountains): इनका निर्माण ज्वालामुखी विस्फोट से निकले लावा और राख के जमा होने से होता है।
* गुंबददार पर्वत (Dome Mountains): ये तब बनते हैं जब पृथ्वी के नीचे से मैग्मा ऊपर की ओर उठता है लेकिन सतह पर नहीं पहुँच पाता, जिससे ऊपरी सतह गुंबद के आकार में ऊपर उठ जाती है।
* अवशिष्ट पर्वत (Residual Mountains): ये पुराने पहाड़ों के अपरदन के बाद बचे हुए कठोर चट्टानी भाग होते हैं।

पहाड़ों का महत्व (Importance of Mountains)

पहाड़ हमारे ग्रह और जीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं:
* जल का स्रोत: दुनिया की अधिकांश नदियाँ पहाड़ों से निकलती हैं। पहाड़ों पर जमी बर्फ (ग्लेशियर) पिघलकर इन नदियों को साल भर पानी प्रदान करती है, जो पीने, खेती और बिजली उत्पादन के लिए आवश्यक है।
* जैव विविधता के केंद्र: पहाड़ दुनिया के आधे से अधिक जैव विविधता वाले हॉटस्पॉट के घर हैं। यहाँ विभिन्न प्रकार के पेड़-पौधे, जानवर और पक्षी पाए जाते हैं।
* जलवायु नियंत्रक: पहाड़ हवा और नमी के प्रवाह को प्रभावित करके मौसम को नियंत्रित करते हैं। वे मानसूनी हवाओं को रोककर बारिश कराते हैं और ठंडी, शुष्क हवाओं से हमारी रक्षा करते हैं।
* प्राकृतिक संसाधन: पहाड़ लकड़ी, खनिजों और औषधीय जड़ी-बूटियों जैसे कई प्राकृतिक संसाधनों का स्रोत हैं।
* पर्यटन और मनोरंजन: पहाड़ों की सुंदरता और शांत वातावरण पर्यटकों को आकर्षित करता है। लोग यहाँ ट्रैकिंग, स्कीइंग और अन्य साहसिक गतिविधियों के लिए आते हैं।
* सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व: कई संस्कृतियों में पहाड़ों को पवित्र माना जाता है। हिमालय जैसे पर्वत हिंदुओं और बौद्धों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल हैं।

भारत के प्रमुख पर्वत (Major Mountains of India)

भारत में कई विशाल और महत्वपूर्ण पर्वत श्रृंखलाएँ हैं:
* हिमालय: यह दुनिया की सबसे ऊँची पर्वत श्रृंखला है और भारत के उत्तरी भाग में एक विशाल दीवार की तरह फैली हुई है।
* अरावली: यह भारत की सबसे पुरानी पर्वत श्रृंखलाओं में से एक है जो मुख्य रूप से राजस्थान में स्थित है।
* पश्चिमी और पूर्वी घाट: ये पर्वत श्रृंखलाएँ प्रायद्वीपीय भारत के क्रमशः पश्चिमी और पूर्वी तटों के समानांतर चलती हैं।
* विंध्य और सतपुड़ा: ये पर्वत श्रृंखलाएँ मध्य भारत में स्थित हैं और उत्तर भारत को दक्षिण भारत से अलग करती हैं।
* पूर्वांचल: यह श्रृंखला भारत के उत्तर-पूर्वी भाग में स्थित है और इसमें नागा, मिज़ो और खासी पहाड़ियाँ शामिल हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (Frequently Asked Questions)

पहाड़ और पहाड़ी में क्या अंतर है?

आमतौर पर, पहाड़ पहाड़ी से अधिक ऊँचे और खड़ी ढलान वाले होते हैं। 600 मीटर से कम ऊँचाई वाली संरचना को अक्सर पहाड़ी कहा जाता है, जबकि इससे ऊँची संरचना को पहाड़ माना जाता है।

दुनिया की सबसे लंबी पर्वत श्रृंखला कौन सी है?

एंडीज़ पर्वत श्रृंखला दुनिया की सबसे लंबी पर्वत श्रृंखला है, जो दक्षिण अमेरिका के पश्चिमी तट के साथ फैली हुई है।

क्या समुद्र के नीचे भी पहाड़ होते हैं?

हाँ, समुद्र के नीचे भी पहाड़ होते हैं, जिन्हें समुद्री पर्वत (Seamounts) कहा जाता है। कुछ द्वीपों की चोटियाँ वास्तव में पानी के नीचे के पहाड़ों की ही ऊपरी सतह होती हैं।

अंतर्राष्ट्रीय पर्वत दिवस कब मनाया जाता है?

संयुक्त राष्ट्र ने 11 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय पर्वत दिवस के रूप में घोषित किया है ताकि पहाड़ों के महत्व और उनके संरक्षण के बारे में जागरूकता बढ़ाई जा सके।
हमें उम्मीद है कि यह लेख आपको पहाड़ों के बारे में जानने में मददगार साबित हुआ होगा। पहाड़ों के संरक्षण के बारे में अधिक जानकारी और अन्य अध्ययन सामग्री के लिए, आप हमारी वेबसाइट जीवन सहायता पर जा सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *