नमस्ते छात्रों,
मैं जीवन सहायता से आपका शिक्षक और मित्र हूँ। आज हम भारत के दिल, यानी हमारी राजधानी दिल्ली के बारे में जानेंगे। दिल्ली सिर्फ एक शहर नहीं, बल्कि इतिहास, संस्कृति और शक्ति का एक जीता-जागता संग्रहालय है। यह शहर सदियों से भारत की राजनीति का केंद्र रहा है और आज भी देश की धड़कन यहीं से चलती है। तो चलिए, आज हम भारत की राजधानी के बारे में कुछ महत्वपूर्ण और रोचक बातें जानते हैं जो आपके सामान्य ज्ञान को और भी मजबूत करेंगी।
भारत की राजधानी पर 10 पंक्तियाँ
- नई दिल्ली भारत की आधिकारिक राजधानी है।
- यह दिल्ली महानगर का एक हिस्सा है और भारत सरकार का केंद्र है।
- 1911 में, ब्रिटिश शासकों ने भारत की राजधानी को कलकत्ता (अब कोलकाता) से दिल्ली स्थानांतरित करने का निर्णय लिया।
- 12 दिसंबर 1911 को किंग जॉर्ज पंचम ने नई दिल्ली की नींव रखी थी।
- नई दिल्ली का उद्घाटन 13 फरवरी 1931 को लॉर्ड इरविन द्वारा किया गया था।
- इस शहर की वास्तुकला और योजना दो ब्रिटिश आर्किटेक्ट, सर एडविन लुटियंस और सर हर्बर्ट बेकर द्वारा बनाई गई थी।
- दिल्ली यमुना नदी के किनारे बसा एक ऐतिहासिक शहर है।
- यहाँ संसद भवन, राष्ट्रपति भवन और सर्वोच्च न्यायालय जैसे महत्वपूर्ण सरकारी संस्थान स्थित हैं।
- दिल्ली को “दिलवालों का शहर” भी कहा जाता है।
- यह शहर अपने ऐतिहासिक स्मारकों, व्यस्त बाजारों और स्वादिष्ट भोजन के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है।
भारत की राजधानी का इतिहास
दिल्ली का इतिहास बहुत पुराना और गौरवशाली है। महाभारत काल में भी इसका उल्लेख इंद्रप्रस्थ के रूप में मिलता है। यह शहर हमेशा से ही विभिन्न साम्राज्यों के लिए एक महत्वपूर्ण राजनीतिक और वित्तीय केंद्र रहा है। 1206 के बाद, दिल्ली दिल्ली सल्तनत की राजधानी बनी। इसके बाद मुगल शासकों ने भी यहाँ से शासन किया, विशेष रूप से शाहजहाँ ने शाहजहाँनाबाद (पुरानी दिल्ली) की स्थापना की।
आधुनिक भारत के संदर्भ में, 1911 तक ब्रिटिश भारत की राजधानी कलकत्ता थी। लेकिन, ब्रिटिश शासकों ने महसूस किया कि दिल्ली भौगोलिक रूप से देश के केंद्र में स्थित है और यहाँ से शासन चलाना ज़्यादा प्रभावी होगा। इसी सोच के साथ, 12 दिसंबर 1911 को दिल्ली दरबार के दौरान, सम्राट जॉर्ज पंचम ने राजधानी को दिल्ली स्थानांतरित करने की घोषणा की। इसके बाद नई दिल्ली के निर्माण का कार्य शुरू हुआ, जिसे ब्रिटिश वास्तुकारों सर एडविन लुटियंस और सर हर्बर्ट बेकर ने डिजाइन किया था। इस विशाल परियोजना के पूर्ण होने के बाद, 13 फरवरी 1931 को नई दिल्ली का आधिकारिक तौर पर उद्घाटन किया गया।
नई दिल्ली का राजनीतिक महत्व
नई दिल्ली भारत का राजनीतिक केंद्र है। देश के सभी महत्वपूर्ण निर्णय यहीं लिए जाते हैं। भारत सरकार की तीनों प्रमुख इकाइयाँ – कार्यपालिका, संसद (विधायिका), और न्यायपालिका – के मुख्यालय नई दिल्ली में ही स्थित हैं।
- संसद भवन: यह वह स्थान है जहाँ देश के कानून बनाए जाते हैं। लोकसभा और राज्यसभा, संसद के दो सदन, यहीं पर स्थित हैं।
- राष्ट्रपति भवन: यह भारत के राष्ट्रपति का आधिकारिक निवास और कार्यालय है। यह एक भव्य इमारत है जिसे रायसीना की पहाड़ी पर बनाया गया है।
- मंत्रालय और सरकारी कार्यालय: भारत सरकार के लगभग सभी प्रमुख मंत्रालयों और विभागों के मुख्यालय नई दिल्ली में ही हैं, जहाँ से देश की प्रशासनिक व्यवस्था चलती है।
इनके अलावा, विदेशी दूतावास और उच्चायोग भी नई दिल्ली में स्थित हैं, जो इसे एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय शहर बनाते हैं।
दिल्ली के प्रमुख पर्यटन स्थल
दिल्ली न केवल एक राजनीतिक केंद्र है, बल्कि एक प्रमुख पर्यटन स्थल भी है। यहाँ देखने के लिए बहुत कुछ है, जो भारत के समृद्ध इतिहास और संस्कृति को दर्शाता है।
- लाल किला: मुगल बादशाह शाहजहाँ द्वारा बनवाया गया यह किला लाल बलुआ पत्थर से बना है। यह भारत के सबसे प्रतिष्ठित स्मारकों में से một है।
- कुतुब मीनार: यह दुनिया की सबसे ऊँची ईंटों की मीनार है और यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल है। इसका निर्माण कुतुब-उद-दीन ऐबक ने शुरू करवाया था।
- इंडिया गेट: यह एक युद्ध स्मारक है, जो प्रथम विश्व युद्ध में शहीद हुए भारतीय सैनिकों की याद में बनाया गया था।
- हुमायूँ का मकबरा: यह मकबरा मुगल वास्तुकला का एक बेहतरीन उदाहरण है और इसे अक्सर ताजमहल का पूर्ववर्ती कहा जाता है।
- कमल मंदिर (लोटस टेंपल): यह अपने कमल के फूल जैसे आकार के लिए प्रसिद्ध है। यह बहाई धर्म का उपासना स्थल है, लेकिन सभी धर्मों के लोगों के लिए खुला है।
- अक्षरधाम मंदिर: यह एक विशाल हिंदू मंदिर परिसर है जो अपनी आश्चर्यजनक वास्तुकला, प्रदर्शनियों और बगीचों के लिए जाना जाता है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
दिल्ली और नई दिल्ली में क्या अंतर है?
बहुत से लोग दिल्ली और नई दिल्ली को एक ही समझते हैं, लेकिन ये दोनों अलग-अलग हैं। दिल्ली एक विशाल महानगर और एक केंद्र शासित प्रदेश है। नई दिल्ली, दिल्ली का एक छोटा सा हिस्सा है और यह भारत की आधिकारिक राजधानी है। नई दिल्ली में ही संसद भवन और राष्ट्रपति भवन जैसे प्रमुख सरकारी केंद्र स्थित हैं।
दिल्ली आधिकारिक तौर पर राजधानी कब बनी?
राजधानी को कलकत्ता से दिल्ली स्थानांतरित करने की घोषणा 12 दिसंबर 1911 को की गई थी। इसके बाद नई दिल्ली का निर्माण हुआ और इसका आधिकारिक उद्घाटन 13 फरवरी 1931 को किया गया, जिसके बाद यह ब्रिटिश भारत की राजधानी बन गई।
दिल्ली का नाम दिल्ली कैसे पड़ा?
माना जाता है कि ‘दिल्ली’ या ‘दिल्लिका’ शब्द का सबसे पहला प्रयोग उदयपुर में मिले शिलालेखों पर पाया गया था, जो 1170 ईस्वी के हैं। एक अन्य मान्यता के अनुसार, तोमर वंश के राजा अनंगपाल ने इस शहर की स्थापना की थी।
क्या दिल्ली एक राज्य है?
दिल्ली एक राज्य नहीं, बल्कि एक केंद्र शासित प्रदेश है, जिसे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCT) का विशेष दर्जा प्राप्त है। यहाँ अपनी विधानसभा और मुख्यमंत्री हैं, लेकिन कुछ शक्तियाँ, जैसे कि पुलिस, केंद्र सरकार के अधीन हैं।
हमें उम्मीद है कि भारत की राजधानी दिल्ली के बारे में यह जानकारी आपको पसंद आई होगी। दिल्ली का इतिहास और इसकी वर्तमान स्थिति दोनों ही इसे एक अनूठा शहर बनाते हैं। यदि आप अपनी पढ़ाई से संबंधित और भी रोचक तथ्य और सामग्री चाहते हैं, तो आप हमारी वेबसाइट जीवन सहायता पर जा सकते हैं।