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नमस्ते बच्चों! मैं आपकी हिंदी की अध्यापिका, राधिका शर्मा, आज आपको “विद्यालय को स्वच्छ रखने में मेरी भूमिका” विषय पर 10 पंक्तियाँ बताने जा रही हूँ। हम सभी जानते हैं कि विद्यालय हमारा दूसरा घर होता है, और इसे स्वच्छ रखना हम सभी की जिम्मेदारी है। तो चलिए, देखते हैं कि हम इसमें कैसे योगदान दे सकते हैं।

10 Lines on My Role in Keeping My School Clean in Hindi

विद्यालय को स्वच्छ रखने में मेरी भूमिका: 10 पंक्तियाँ

  1. मैं हमेशा यह सुनिश्चित करता/करती हूँ कि कक्षा में कचरा न फैलाऊँ। मैं कागज़ के टुकड़े या पेंसिल के छिलके हमेशा कूड़ेदान में ही डालता/डालती हूँ।
  2. कक्षा में खाते-पीते समय मैं ध्यान रखता/रखती हूँ कि कोई चीज गिरे नहीं। अगर कुछ गिर जाता है, तो मैं उसे तुरंत साफ कर देता/देती हूँ।
  3. मैं अपने आसपास के क्षेत्र को साफ रखने में मदद करता/करती हूँ। अगर मुझे कहीं कचरा दिखता है, तो मैं उसे उठाकर कूड़ेदान में डाल देता/देती हूँ।
  4. मैं दूसरों को भी स्वच्छता के प्रति जागरूक करता/करती हूँ। मैं अपने दोस्तों को समझाता/समझाती हूँ कि कचरा इधर-उधर न फेंकें और हमेशा कूड़ेदान का इस्तेमाल करें।
  5. मैं विद्यालय के स्वच्छता अभियानों में सक्रिय रूप से भाग लेता/लेती हूँ। मैं सफाई करने और जागरूकता फैलाने में मदद करता/करती हूँ।
  6. मैं विद्यालय के शौचालय को साफ रखने में मदद करता/करती हूँ। मैं इस्तेमाल के बाद पानी डालता/डालती हूँ और यह सुनिश्चित करता/करती हूँ कि कोई गंदगी न हो।
  7. मैं विद्यालय के बगीचे को साफ और सुंदर रखने में मदद करता/करती हूँ। मैं पौधों को पानी देता/देती हूँ और खरपतवार निकालता/निकालती हूँ।
  8. मैं हमेशा अपनी कक्षा और विद्यालय को साफ रखने के लिए शिक्षकों और कर्मचारियों का सहयोग करता/करती हूँ।
  9. मैं स्वच्छता के महत्व को समझता/समझती हूँ और इसे अपने जीवन का एक अभिन्न अंग मानता/मानती हूँ।
  10. मैं यह प्रतिज्ञा करता/करती हूँ कि मैं हमेशा अपने विद्यालय को स्वच्छ रखने में अपना योगदान देता/देती रहूँगा/रहूँगी।

विद्यालय को स्वच्छ रखने के कुछ और महत्वपूर्ण तरीके

ऊपर बताई गई 10 पंक्तियों के अलावा, हम कुछ और तरीकों से भी अपने विद्यालय को स्वच्छ रखने में मदद कर सकते हैं:

  • कक्षा में सफाई अभियान: अपनी कक्षा में हर हफ्ते एक सफाई अभियान चलाएँ। सभी छात्र मिलकर कक्षा को साफ करें।
  • कचरा प्रबंधन: कचरे को अलग-अलग करें – जैसे कि कागज, प्लास्टिक और गीला कचरा। इससे कचरे को रीसायकल करना आसान हो जाएगा।
  • जागरूकता कार्यक्रम: विद्यालय में स्वच्छता के बारे में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करें। नुक्कड़ नाटक, पोस्टर प्रतियोगिता और भाषण जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से छात्रों को स्वच्छता के महत्व के बारे में बताएं।
  • पेड़ लगाएं: विद्यालय परिसर में पेड़ लगाएं। पेड़ हवा को शुद्ध करते हैं और वातावरण को स्वच्छ रखने में मदद करते हैं।
  • पानी की बचत: पानी का दुरुपयोग न करें। ब्रश करते समय, हाथ धोते समय या नहाते समय पानी को बर्बाद न करें।

स्वच्छ विद्यालय के फायदे

स्वच्छ विद्यालय न केवल देखने में अच्छा लगता है, बल्कि इसके कई फायदे भी हैं:

  • स्वस्थ वातावरण: स्वच्छ विद्यालय में बीमारियाँ कम फैलती हैं, जिससे छात्र स्वस्थ रहते हैं।
  • बेहतर पढ़ाई: स्वच्छ वातावरण में पढ़ाई करने में मन लगता है और छात्रों का प्रदर्शन बेहतर होता है।
  • सकारात्मक माहौल: स्वच्छ विद्यालय में सकारात्मक माहौल रहता है, जिससे छात्र खुश रहते हैं और सीखने के लिए प्रेरित होते हैं।
  • अच्छी आदतें: स्वच्छता की आदतें जीवन भर काम आती हैं। स्वच्छ विद्यालय छात्रों को अच्छी आदतें सिखाता है।
  • पर्यावरण संरक्षण: स्वच्छ विद्यालय पर्यावरण संरक्षण में योगदान देता है।

स्वच्छता: एक सामूहिक जिम्मेदारी

यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि स्वच्छता केवल कुछ लोगों की जिम्मेदारी नहीं है। यह हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। अगर हम सब मिलकर प्रयास करेंगे, तो हम अपने विद्यालय को स्वच्छ और सुंदर बना सकते हैं। तो चलिए, आज से ही संकल्प लेते हैं कि हम हमेशा अपने विद्यालय को स्वच्छ रखने में अपना योगदान देंगे!

आशा है कि यह जानकारी आपके लिए उपयोगी होगी। यदि आप और अधिक अध्ययन सामग्री ढूंढ रहे हैं, तो हमारी वेबसाइट Jivan Sahayata पर जाएँ!

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