Chapter 1- Units -Architecture of Computers Notes- RRB Technician 2025

कंप्यूटर आर्किटेक्चर वह ढांचा है जो निर्धारित करता है कि कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर आपस में कैसे कार्य करते हैं। यह प्रोसेसर, मेमोरी, स्टोरेज, इनपुट/आउटपुट डिवाइस और उनके बीच डेटा प्रवाह को संगठित करता है।

1. कंप्यूटर आर्किटेक्चर के घटक (Components of Computer Architecture)

कंप्यूटर आर्किटेक्चर मुख्यतः तीन महत्वपूर्ण घटकों पर आधारित होती है:

1. सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (CPU)
CPU को कंप्यूटर का “मस्तिष्क” कहा जाता है, क्योंकि यह सभी गणनाओं और डेटा प्रोसेसिंग का कार्य करता है। यह तीन मुख्य भागों में विभाजित होता है:

  • अंकगणितीय और तार्किक इकाई (ALU) – यह गणितीय कार्य (जैसे जोड़, घटाव, गुणा, भाग) और तार्किक संचालन (AND, OR, NOT, XOR) को निष्पादित करती है।
  • नियंत्रण इकाई (Control Unit – CU) – यह सभी घटकों को निर्देश भेजती है और प्रोग्राम निष्पादन को नियंत्रित करती है।
  • रजिस्टर (Registers) – यह अस्थायी डेटा स्टोरेज के लिए होते हैं और CPU के संचालन को तेज़ बनाते हैं। इनमें प्रोग्राम काउंटर, इंस्ट्रक्शन रजिस्टर और एक्युमुलेटर प्रमुख हैं।

2. मेमोरी (Memory)
मेमोरी कंप्यूटर के संचालन में एक अहम भूमिका निभाती है क्योंकि यह डेटा और निर्देशों को संग्रहीत करने का कार्य करती है।

  • प्राथमिक मेमोरी (Primary Memory) – इसमें RAM और ROM शामिल होती हैं। RAM अस्थायी होती है, जबकि ROM स्थायी रूप से BIOS और अन्य फर्मवेयर को स्टोर करती है।
  • द्वितीयक मेमोरी (Secondary Memory) – हार्ड डिस्क, SSD, पेन ड्राइव जैसी स्टोरेज डिवाइसेज़ जो डेटा को लंबे समय तक सुरक्षित रखती हैं।
  • कैश मेमोरी (Cache Memory) – CPU और RAM के बीच डेटा को तेजी से एक्सेस करने के लिए यह प्रयोग की जाती है।

3. इनपुट/आउटपुट सिस्टम (I/O System)
कंप्यूटर को बाहरी दुनिया से जोड़ने के लिए इनपुट और आउटपुट डिवाइस का उपयोग किया जाता है।

  • इनपुट डिवाइस – कीबोर्ड, माउस, स्कैनर, माइक्रोफोन जैसे उपकरण कंप्यूटर को डेटा प्रदान करते हैं।
  • आउटपुट डिवाइस – मॉनिटर, प्रिंटर, स्पीकर जैसे उपकरण उपयोगकर्ता को परिणाम दिखाते हैं।

2. कंप्यूटर आर्किटेक्चर के प्रकार (Types of Computer Architecture)

कंप्यूटर आर्किटेक्चर को मुख्य रूप से तीन प्रकारों में विभाजित किया जाता है:

1. वॉन न्यूमैन आर्किटेक्चर (Von Neumann Architecture)
इस आर्किटेक्चर में प्रोग्राम और डेटा दोनों एक ही मेमोरी में संग्रहीत होते हैं, जिससे डेटा प्रोसेसिंग सरल और लागत प्रभावी होती है। हालांकि, इसमें डेटा ट्रांसफर की गति अपेक्षाकृत धीमी होती है, जिसे वॉन न्यूमैन बॉटलनेक कहा जाता है।

2. हार्वर्ड आर्किटेक्चर (Harvard Architecture)
इसमें डेटा और निर्देशों के लिए अलग-अलग मेमोरी और बस होती हैं, जिससे प्रोसेसिंग तेज़ होती है। यह प्रदर्शन के लिहाज से बेहतर होता है, लेकिन इसकी लागत अधिक होती है।

3. मोडिफाइड हार्वर्ड आर्किटेक्चर (Modified Harvard Architecture)
यह हार्वर्ड और वॉन न्यूमैन आर्किटेक्चर का मिश्रण है। इसमें डेटा और निर्देश मेमोरी को अलग रखा जाता है, लेकिन कुछ संसाधनों को साझा किया जाता है।

3. बस आर्किटेक्चर (Bus Architecture)

कंप्यूटर में डेटा ट्रांसफर करने के लिए विभिन्न प्रकार की बसों का उपयोग किया जाता है:

  • डेटा बस – डेटा को स्थानांतरित करती है।
  • एड्रेस बस – डेटा के स्थान को इंगित करती है।
  • कंट्रोल बस – नियंत्रण संकेतों के लिए प्रयुक्त होती है।

4. इंस्ट्रक्शन सेट आर्किटेक्चर (ISA – Instruction Set Architecture)

ISA वह सेट होता है जो निर्धारित करता है कि CPU कौन-कौन से निर्देश समझ सकता है।

1. CISC (Complex Instruction Set Computing)
यह जटिल निर्देशों पर आधारित होता है, जिसमें कम संख्या में लाइनें लिखकर अधिक कार्य किए जा सकते हैं। हालांकि, इसे अधिक मेमोरी और पावर की आवश्यकता होती है। उदाहरण के लिए, Intel x86 आर्किटेक्चर

2. RISC (Reduced Instruction Set Computing)
इसमें सरल और छोटे निर्देशों का उपयोग किया जाता है, जिससे प्रोसेसिंग स्पीड अधिक होती है और ऊर्जा की खपत कम होती है। उदाहरण के लिए, ARM प्रोसेसर

5. आधुनिक कंप्यूटर आर्किटेक्चर में प्रगति (Advancements in Modern Computer Architecture)

तकनीक के विकास के साथ कंप्यूटर आर्किटेक्चर में कई उन्नत तकनीकें जोड़ी गई हैं, जो इसकी दक्षता और प्रदर्शन को बेहतर बनाती हैं:

  • मल्टीकोर प्रोसेसर (Multi-Core Processors) – एक CPU में कई कोर होते हैं, जिससे मल्टीटास्किंग और प्रोसेसिंग गति तेज़ होती है।
  • पाइपलाइनिंग (Pipelining) – इसमें निर्देशों को अलग-अलग चरणों में निष्पादित किया जाता है, जिससे प्रोसेसिंग समय कम हो जाता है।
  • सुपरस्केलर आर्किटेक्चर (Superscalar Architecture) – यह एक ही समय में कई निर्देशों को निष्पादित करने की क्षमता रखता है।
  • GPU (Graphics Processing Unit) – ग्राफिक्स और गणनाओं के लिए विशेष रूप से डिजाइन किया गया प्रोसेसर, जो गेमिंग और एआई जैसी उन्नत तकनीकों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

निष्कर्ष (Conclusion)

कंप्यूटर आर्किटेक्चर कंप्यूटर के डिज़ाइन, डेटा प्रवाह और हार्डवेयर-सॉफ्टवेयर इंटरैक्शन को नियंत्रित करता है। वॉन न्यूमैन और हार्वर्ड आर्किटेक्चर के बीच का अंतर, CPU की संरचना, मेमोरी सिस्टम और इंस्ट्रक्शन सेट का ज्ञान कंप्यूटर विज्ञान में अध्ययन और अनुसंधान के लिए महत्वपूर्ण है।

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