भारत के 10 सबसे गरीब राज्य
भारत के विकास के रास्ते में गरीबी एक बड़ी चुनौती है। देश में कुछ राज्य ऐसे हैं जहां गरीबी का स्तर अन्य राज्यों से कहीं अधिक है। इस ब्लॉग पोस्ट “भारत के 10 सबसे गरीब राज्य” में हम इन राज्यों के बारे में विस्तार से बात करेंगे। हम जानेंगे कि कौन से राज्य हैं, जहां गरीबी का स्तर बहुत उच्च है और क्या हैं उनके कारण। इस पोस्ट से आप भारत के विभिन्न राज्यों की अर्थव्यवस्था, जनसंख्या, शिक्षा, स्वास्थ्य, और कृषि से जुड़ी जानकारी प्राप्त करेंगे। तो चलिए जानते हैं, भारत के गरीबी से जूझ रहे 10 राज्यों की कहानी।
भारत के 10 सबसे गरीब राज्य – GDP के आधार पर
भारत एक विशाल देश है जिसमें कुछ राज्य आर्थिक रूप से विकसित हैं जबकि कुछ राज्य अत्यंत गरीब हैं। देश के विभिन्न भागों में असमान आर्थिक विकास आधार पर इन राज्यों को गरीब राज्य माना जाता है। यहां हम भारत के 10 सबसे गरीब राज्यों की सूची पेश कर रहे हैं, जिन्हें इनके GDP के आधार पर क्रमबद्ध किया गया है।
राज्य | GDP (करोड़ रुपये) |
---|---|
अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह | 6,649 |
मिजोरम | 17,613 |
अरुणाचल प्रदेश | 20,259 |
मणिपुर | 21,066 |
नागालैंड | 21,488 |
सिक्किम | 22,248 |
मेघालय | 27,228 |
त्रिपुरा | 34,368 |
गोवा | 70,400 |
हिमाचल प्रदेश | 1.52 लाख |
- अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह – ₹6,649 करोड़
अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह भारत का एक जनजातीय क्षेत्र है जो आंध्र प्रदेश के निकोबार द्वीप एवं तमिलनाडु के अंडमान द्वीप समूह से मिलकर बनता है। यहां की आबादी कम होने के कारण इस राज्य का GDP सबसे कम है।
- मिजोरम – ₹17,613 करोड़
मिजोरम भारत के उत्तर पूर्वी क्षेत्र में स्थित है जो मणिपुर, आसाम, त्रिपुरा और बांग्लादेश से सम्बद्ध है। इस राज्य में जलवायु सबसे कठिन होता है और वहां की आबादी भी कम होने के कारण इसका GDP बहुत कम है। इस राज्य में लोगों का जीवन स्तर भी बहुत कम है।
- अरुणाचल प्रदेश – ₹20,259 करोड़
अरुणाचल प्रदेश भारत के उत्तर पूर्वी क्षेत्र में स्थित है। यह देश के सबसे बड़े राज्यों में से एक है, लेकिन इसका GDP बहुत कम है। इस राज्य में प्राकृतिक संसाधनों का समृद्ध भण्डार है, लेकिन असंतोष की बात है कि वे सरकारी नीतियों और व्यवस्था के कारण उपयोग नहीं हो पाते हैं।
- मणिपुर – ₹21,066 करोड़
मणिपुर भारत के उत्तर पूर्वी क्षेत्र में स्थित है। इस राज्य में अर्थव्यवस्था कमजोर होने के कारण लोगों का जीवन स्तर भी बहुत कम है।
- नागालैंड – ₹21,488 करोड़
नागालैंड भारत के उत्तर पूर्वी क्षेत्र में स्थित है। इस राज्य में भी अर्थव्यवस्था कमजोर होने के कारण लोगों का जीवन स्तर बहुत कम है।
- सिक्किम – ₹22,248 करोड़
सिक्किम भारत के उत्तर पूर्वी क्षेत्र में स्थित है। इस राज्य में खेल और पर्यटन के क्षेत्र में विकास हुआ है लेकिन इसके बावजूद भी सिक्किम का GDP बहुत कम है। इस राज्य की अर्थव्यवस्था अधिकतर परंपरागत जैविक उत्पादों और कृषि पर निर्भर होती है।
- मेघालय – ₹27,228 करोड़
मेघालय भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में से एक है। इस राज्य में जलवायु और जमीन की खासियतों के कारण पर्यटन का अधिक विकास होता है, लेकिन इस राज्य का GDP बहुत कम है।
- त्रिपुरा – ₹34,368 करोड़
त्रिपुरा भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में से एक है। यह एक छोटा राज्य है, लेकिन इसका GDP भी बहुत कम है। इस राज्य की अर्थव्यवस्था अधिकतर कृषि पर निर्भर है।
- गोवा – ₹70,400 करोड़
गोवा भारत के पश्चिमी तट पर स्थित है। यह एक छोटा राज्य है, लेकिन इसका GDP बहुत अधिक है। इस राज्य का अधिकतर आर्थिक विकास पर्यटन और भंडारण उद्योगों के विकास के कारण होता है।
- हिमाचल प्रदेश – ₹1.52 लाख करोड़
हिमाचल प्रदेश भारत के उत्तरी क्षेत्र में स्थित है। यह एक बड़ा राज्य और इसका GDP भी अन्य राज्यों की तुलना में अधिक है। हिमाचल प्रदेश में पर्यटन और भंडारण उद्योग के विकास के साथ-साथ कृषि और वन उद्योग भी मुख्य धारा के रूप में विकसित हो रहे हैं।
इस तरह यहाँ हमने भारत के 10 सबसे गरीब राज्यों की सूची देखी है, जिनका GDP अन्य राज्यों की तुलना में बहुत कम है। इन राज्यों में जनसंख्या की तुलना में बेरोजगारी और गरीबी की स्थिति अधिक है, इसलिए सरकार को इन राज्यों के लोगों के लिए विकास कार्यक्रमों के लिए संबंधित पहलुओं पर ध्यान देना चाहिए।
भारत में सबसे गरीब जनजाति कौन सी है?
भारत में अनुसूचित जनजातियां (Scheduled Tribes) सबसे गरीब जनजाति मानी जाती हैं। उन्हें संवैधानिक रूप से भारत के अन्य जातियों से अलग अधिकार और सुविधाएं प्रदान की जाती हैं ताकि उन्हें समानता की दिशा में विकास की दिशा में मदद मिल सके।
अनुसूचित जनजातियों में शामिल त्रिपुरा, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड और मणिपुर भी शामिल हैं, जो इस सूची में सबसे गरीब राज्यों में शामिल हैं। ये राज्य विभिन्न समस्याओं का सामना कर रहे हैं, जैसे अस्वस्थता, भूखमरी, शिक्षा की कमी और रोजगार की कमी।
हालांकि सरकार ने अनेक योजनाएं शुरू की हैं जिससे इन समस्याओं का समाधान किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना (PMAY), नई जन-धन योजना, जन आरोग्य योजना, स्वच्छ भारत अभियान और नौसेना सशक्तिकरण योजना जैसी अनेक योजनाएं हैं जो समस्याओं के समाधान में मदद कर सकती हैं।
इन राज्यों के विकास में सहयोग और उन्हें समर्थन देना हम सबका दायित्व है। इस सूची में शामिल राज्यों के लोगों को उनकी समस्याओं का समाधान ढूंढने में समर्थ होना चाहिए ताकि वे भी देश की तरक्की में अपना योगदान दे सकें।
FAQS (सम्बंधित प्रश्न)
भारत के सबसे गरीब राज्य कौनसे हैं?
इन राज्यों में गरीबी की दशा क्यों है?
इन राज्यों में जीडीपी क्या है?
ये राज्य गरीब क्यों माने जाते हैं?
इन राज्यों में बेरोजगारी की समस्या कैसी है?
इन राज्यों में कौन सी अन्य समस्याएं हैं?
निष्कर्ष
इस ब्लॉग पोस्ट के जरिए हमने देखा कि भारत के कुछ राज्य अभी भी अत्यंत गरीब हैं। ये राज्य आर्थिक विकास की राह पर अभी भी तैरते हुए हैं। हालांकि इन राज्यों में विभिन्न सरकारी योजनाओं और नौकरियों के माध्यम से आर्थिक विकास को बढ़ावा मिल रहा है।
हमें उम्मीद है कि आपको यह ब्लॉग पोस्ट पसंद आई होगी और आपने भारत के इन सबसे गरीब राज्यों के बारे में नयी जानकारी प्राप्त की होगी। हमेशा याद रखें कि आर्थिक विकास हर राज्य के लिए बेहद आवश्यक है और हमें सब मिलकर इन राज्यों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने में मदद करनी चाहिए।
इस ब्लॉग पोस्ट को पढ़ने के लिए धन्यवाद और अगली बार फिर से हमारी वेबसाइट पर आइए और नई जानकारी प्राप्त कीजिए। आप हमारे सामाजिक मीडिया पेज्स को भी फॉलो कर सकते हैं ताकि आप हमेशा हमारे साथ जुड़े रहें। धन्यवाद!
Last updated: अक्टूबर 13, 2023
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नमस्ते सभी, मैं अमित हूँ, कक्षा 1-5 के लिए गणित शिक्षक हूँ। मुझे हमेशा से छात्रों को गणित सीखने में मदद करने और उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने में रुचि रही है। Read more about Ajeet