भूख बढ़ाने के लिए योग | Bhukh badhane ke liye Yoga

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नमस्ते दोस्तों। आजकल, बढ़ती तनाव, अनियमित खाने का समय और अशुद्ध खाद्य पदार्थों का सेवन हमारे शरीर को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जिनमें से एक है भूख की कमी। यदि आप भी भूख बढ़ाने की सिरप लेना चाहते हैं, तो आप एक स्वस्थ विकल्प(भूख बढ़ाने के लिए योग) के बारे में सोच सकते हैं।

योग एक ऐसा तरीका है जो आपको शांति, स्थिरता और तनाव से मुक्ति दिलाता है। इसके साथ-साथ, योग भूख बढ़ाने में भी मदद कर सकता है। भूख बढ़ाने के लिए योग की अभ्यास करने से आपके शरीर के अंगों का अधिक ऑक्सीजन और ऊर्जा प्राप्त होती है जो भूख को बढ़ाने में मदद करती है।

इस ब्लॉग पोस्ट में, मैं आपको कुछ ऐसे योगासनों के बारे में बताऊंगा जो भूख बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। साथ ही भूख बढ़ाने की सिरप के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।

भूख बढ़ाने के लिए योग

वज्रासन

वज्रासन एक योगासन है जो भूख बढ़ाने में मदद करता है। इस आसन को वज्रासन के नाम से भी जाना जाता है। इसके अलावा, इस आसन को बज्रासन भी कहा जाता है। इस आसन को करने से पाचन शक्ति बढ़ती है और भूख बढ़ने के साथ साथ इससे अन्य फायदे भी होते हैं।

वज्रासन
Source: gnttv.com

फायदे:

वज्रासन करने से कई फायदे होते हैं। कुछ मुख्य फायदे निम्नलिखित हैं:

  1. भूख बढ़ती है: वज्रासन करने से पाचन शक्ति बढ़ती है जिससे भूख बढ़ती है।
  2. पेट संबंधी समस्याएं दूर होती हैं: इस आसन को करने से पेट से संबंधित समस्याएं जैसे कब्ज, एसिडिटी, गैस और पेट दर्द दूर होते हैं।
  3. थकान दूर होती है: इस आसन को करने से शरीर में ऊर्जा का स्तर बढ़ता है जिससे थकान दूर होती है।
  4. मस्तिष्क को शांति मिलती है: इस आसन को करने से मस्तिष्क को शांति मिलती है और दिमाग की तनाव कम होता है।
  5. ध्यान की क्षमता बढ़ती है: वज्रासन को करने से ध्यान की क्षमता बढ़ती है और जीवन में एकाग्रता आती है।
  6. पैरों की मांसपेशियाँ मजबूत होती हैं: इस आसन को करने से पैरों की मांसपेशियाँ मजबूत होती हैं।

उष्ट्रासन

उष्ट्रासन एक योगासन है जो शरीर की लचीलापन को बढ़ाता है। इस आसन को करने से कमर और पेट की चर्बी कम होती है, साथ ही पेट के अन्दर एक्सिजन का प्रवाह बढ़ता है जिससे पाचन तंत्र मजबूत होता है। इसके अलावा उष्ट्रासन करने से पूरे शरीर की मांसपेशियां मजबूत होती हैं और पोस्टरियर चेन मजबूत होता है। यह आसन आपके स्कीन के लिए भी फायदेमंद होता है क्योंकि इससे रक्त संचार बढ़ता है जिससे त्वचा स्वस्थ रहती है।

उष्ट्रासन
Source: MensXP

फायदे:

उष्ट्रासन करने से निम्नलिखित फायदे होते हैं:

  1. कमर और पेट की चर्बी कम होती है।
  2. पेट के अन्दर एक्सिजन का प्रवाह बढ़ता है जिससे पाचन तंत्र मजबूत होता है।
  3. शरीर की मांसपेशियां मजबूत होती हैं और पोस्टरियर चेन मजबूत होता है।
  4. यह आसन त्वचा के लिए भी फायदेमंद होता है क्योंकि इससे रक्त संचार बढ़ता है जिससे त्वचा स्वस्थ रहती है।
  5. इस आसन को करने से सिर्फ वजन कम होने के साथ-साथ स्पाइनल कॉर्ड मजबूत होता है जो बाद में नौटंकी करने में मदद करता है।

शवासन

शवासन योग के एक आसन है जो शांति और स्थिरता को लाने में मदद करता है। यह एक आरामदायक आसन है जो शरीर के लिए फायदेमंद होता है।

शवासन
Source: iDiva

फायदे:

इस आसन के फायदे निम्नलिखित हैं:

  1. यह आसन मन को शांत करने में मदद करता है।
  2. यह आसन स्ट्रेस को कम करने में मदद करता है और तनाव को कम करता है।
  3. इस आसन को करने से सांस की गति धीमी होती है जिससे शरीर को शांति मिलती है।
  4. यह आसन नींद लाने में मदद करता है और नींद की गुणवत्ता को बढ़ाता है।
  5. इस आसन को करने से संपूर्ण शरीर को आराम मिलता है जिससे शरीर का तापमान नियंत्रित होता है और शरीर की ऊर्जा बढ़ती है।

पद्मासन

पद्मासन योगाभ्यास का एक महत्वपूर्ण आसन है जो शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक है। इस आसन को सबसे अधिक ध्यान करने वाला आसन माना जाता है। इस आसन करने से शरीर के अंगों का खून आसानी से संचार होता है जिससे शरीर स्वस्थ बनता है। इसके अलावा इस आसन को करने से श्वास और मन की शांति मिलती है। यह आसन बैठे हुए किया जाता है जिससे इसके नाम को पद्मासन रखा गया है।

पद्मासन
Source: Navbharat Times

फायदे:

पद्मासन के कुछ महत्वपूर्ण फायदे हैं:

  1. स्थिर मन: पद्मासन को करने से मन का शांत होता है जो स्थिर मन के लिए बहुत जरूरी है।
  2. श्वसन संयम: पद्मासन को करने से श्वसन का संयम मिलता है। इससे अस्थमा जैसी श्वसन संबंधी समस्याओं में लाभ मिलता है।
  3. संधि-मांसपेशियों को मजबूत करना: पद्मासन को करने से संधि-मांसपेशियों को मजबूती मिलती है जो रूढ़िवादी उपचार के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।
  4. योग्यता: पद्मासन को करने से शरीर की योग्यता बढ़ती है जो आरोग्य के लिए बहुत जरूरी है।
  5. पाचन तंत्र को सुधारना: पद्मासन को करने से पाचन तंत्र मजबूत होता है जो पेट से संबंधित समस्याओं के लिए बहुत फायदेमंद होता है।

भ्रमरी प्राणायाम

भ्रमरी प्राणायाम एक शांतिपूर्ण आध्यात्मिक प्रक्रिया है जो भ्रमरी शब्दों के उच्चारण द्वारा किया जाता है। यह प्राणायाम शांति और स्थिरता देता है जो तनाव को कम करने में मदद करता है।

इस प्राणायाम का नियमित अभ्यास करने से आवश्यक तत्वों को सभी अंगों तक पहुंचाया जाता है जो आपकी शारीरिक और मानसिक स्थिति को बेहतर बनाने में मदद करता है। यह मस्तिष्क की गतिविधि को नियंत्रित करने में भी मदद करता है जो शांति और ध्यान को बढ़ाता है।

इसके अतिरिक्त, भ्रमरी प्राणायाम ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में भी मदद करता है और नींद में सुधार कर सकता है। इसे सुबह के समय अभ्यास करने से दिन को शांत और सुखद बनाया जा सकता है।

भ्रमरी प्राणायाम
Source: HerZindagi

फायदे:

भ्रमरी प्राणायाम कई तरह के फायदों से भरपूर होता है। कुछ मुख्य फायदे निम्नलिखित हैं:

  1. तनाव को कम करने में मददगार होता है। इस प्राणायाम को करने से, आपके शरीर में शांति मिलती है जो आपको तनाव मुक्त करने में मदद करती है।
  2. सोने में मदद करता है। भ्रमरी प्राणायाम करने से नींद में आने में मदद मिलती है और आपकी नींद गहरी होती है।
  3. श्वसन तंत्र को स्वस्थ रखता है। इस प्राणायाम को करने से श्वसन तंत्र मजबूत होता है जो आपको अधिक ऊर्जा देता है।
  4. मानसिक तनाव को कम करता है। भ्रमरी प्राणायाम करने से आपकी मनशक्ति मजबूत होती है जो आपको मानसिक तनाव से मुक्ति देती है।
  5. नसों को मजबूत बनाता है। इस प्राणायाम को नियमित रूप से करने से आपकी नसें मजबूत होती हैं जो आपको बीमारियों से बचाने में मदद करती हैं।
  6. सिरदर्द और उल्टी को कम करता है। भ्रमरी प्राणायाम करने से सिरदर्द और उल्टी कम होती है।

सुखासन

सुखासन योगासन शांति और स्थिरता को प्राप्त करने में मदद करता है। इस आसन को बैठकर किया जाता है और इसे बड़ी आसानी से किया जा सकता है।

सुखासन
Source: Yoga Journal

सुखासन के फायदे हैं:

  • मानसिक स्थिरता को बढ़ाना
  • तनाव को कम करना और शांति को प्राप्त करना
  • पेट के रोगों से राहत दिलाना
  • सांस लेने की क्रिया को नियंत्रित करना
  • वजन को नियंत्रित करना और शरीर को स्लिम और फिट रखना

इस आसन को सुबह या शाम को बैठकर या मेदिटेशन के दौरान किया जा सकता है। यदि आप अपनी बैठक के दौरान आराम से बैठना चाहते हैं तो सुखासन आपके लिए सही आसन हो सकता है।

वक्रासन

वक्रासन एक प्रकार का योगासन होता है जो पूरे शरीर की संरेखण को सुधारता है। यह आसान योगासन होता है जो पीठ, कमर और निचले पेट क्षेत्र को मजबूत बनाता है। इसके अलावा, वक्रासन आपकी पाचन शक्ति को भी सुधारता है और उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है। कुछ लोग वक्रासन को निश्चल आसन भी कहते हैं, क्योंकि इसमें शरीर को एक स्थिर रुप से बैठना होता है और स्थिरता का महत्व होता है।

वक्रासन

फायदे:

वक्रासन योगासन पेट के कमर के आसपास के मांसपेशियों को फुलाने वाला एक अच्छा व्यायाम है। इस आसन का नाम हिंदी में वक्र शब्द से लिया गया है जो कि कमर की उभार के आकार से सम्बंधित है। यह आसन हठ-योग के एक प्रकार के रूप में जाना जाता है।

वक्रासन करने से पेट के कमर में स्थित स्त्राव को सुधारता है जिससे पाचन तंत्र मजबूत होता है। इससे अनेक तरह की अवसादनाओं से राहत मिलती है। इस आसन को करने से शरीर के कई हिस्सों की मांसपेशियां संचालित होती हैं जिससे शरीर के अन्य क्षेत्रों की मांसपेशियों में भी ताकत आती है।

इस आसन को करने से शरीर का संतुलन सुधारता है जो उचित शरीर संरचना के लिए बेहद जरूरी होता है। साथ ही इस आसन को करने से कमर और निचले पीठ की मांसपेशियों में लचीलापन आता है जो कमर की संरचना के लिए बहुत अच्छा होता है।

FAQs (सम्बंधित प्रश्न)

भूख बढ़ाने के लिए कौनसे योगासन करने चाहिए?

भूख बढ़ाने के लिए प्रणायाम और योगासन अधिकतर पेट के उत्तेजना को बढ़ाने में मदद करते हैं। कुछ उपयुक्त योगासन हैं जैसे पद्मासन, वज्रासन, उष्ट्रासन और उपविष्ट कोणासन।

भूख बढ़ाने के लिए प्राणायाम कौनसे करें?

अधिकतर प्राणायाम पेट के उत्तेजना को बढ़ाने में मदद करते हैं जो भूख बढ़ाने में मदद करता है। इनमें से कुछ उपयुक्त प्राणायाम हैं जैसे भस्त्रिका प्राणायाम, उज्जायी प्राणायाम और ब्रह्मरी प्राणायाम।

क्या भूख बढ़ाने के लिए सभी योग अभ्यास कर सकते हैं?

हाँ, भूख बढ़ाने के लिए सभी योग अभ्यास कर सकते हैं। योग आमतौर पर स्वस्थ शरीर के लिए अच्छा होता है और भूख बढ़ाने के लिए कुछ विशेष आसन होते हैं जो बहुत उपयोगी होते हैं।

योग करने से कितने दिनों में भूख बढ़ना शुरू हो जाती है?

भूख बढ़ाने के लिए योग अभ्यास करने के लिए सबसे ज्यादा आवश्यक है कि आप नियमित रूप से योग करें। यदि आप नियमित रूप से योग करते हैं तो आपको कुछ हफ्तों में भूख में सुधार महसूस होना शुरू हो जाएगा।

निष्कर्ष

इस ब्लॉग पोस्ट में, हमने देखा कि भूख बढ़ाने के लिए योग किस प्रकार मददगार हो सकते हैं। योग के अभ्यास से न केवल आपकी भूख बढ़ सकती है, बल्कि आपको शरीरिक और मानसिक स्वास्थ्य भी प्राप्त हो सकता है। विभिन्न योगाभ्यास जैसे उष्ट्रासन, पद्मासन, भ्रमरी प्राणायाम आदि भूख बढ़ाने के लिए उपयोगी होते हैं। इन योगाभ्यासों को नियमित रूप से करने से आप अपनी भूख को संतुलित रख सकते हैं और अपने स्वास्थ्य का ध्यान रख सकते हैं। तो अगली बार जब आपको भूख न लगने की समस्या हो, तो योगाभ्यास को एक विकल्प के रूप में विचार करें और स्वस्थ रहें।

Last updated: अक्टूबर 13, 2023

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