Top Best Motivational Poems in Hindi
आपका स्वागत है हमारे नए ब्लॉग पोस्ट में, “5+ श्रेष्ठ प्रेरणादायक हिंदी कविताएं“। यहाँ हम आपको बताएँगे कि भारतीय साहित्य में कैसे प्रेरणादायक कविताएं लोगों की जिंदगी में नया जोश और उत्साह भरती हैं। ये कविताएं आपको खुशहाल और सकारात्मक बनाने के साथ-साथ अधिकतर मायनों में आपको एक नयी दिशा प्रदान करती हैं। “Best Motivational Poems in Hindi” इस टॉपिक पर हम आपको 15 से अधिक बेहतरीन कविताओं के बारे में जानकारी देंगे जो आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला सकती हैं।
श्रेष्ठ प्रेरणादायक हिंदी कविताएँ
जीत के लिए तैयार हूँ, न हार मनूंगा।
कुछ भी नहीं हारता, जो लगातार जीतता।
हिम्मत से होता है सब, निराश नहीं होता।
अगर रुका तो थोड़ा, लेकिन थम नहीं जाता।
मंज़िल दूर होती नजर आती, फिर भी हार नहीं मानता।
जीत होती है हमेशा, जो इरादों में दम होता।
सामने रोड़े चुनता है, जो तैयार होता।
अगर सपने आकाश के, फिर सोचने में क्या है।
हो जाओ तैयार दोस्तों, जीत से मिलेगा ज़्यादा है।
By: हरिवंशराय बच्चन
हो जाय न पथ में रात कहीं,
मंज़िल भी तो है दूर नहीं
यह सोच थका दिन का पंथी भी जल्दी-जल्दी चलता है!
दिन जल्दी-जल्दी ढलता है!
बच्चे प्रत्याशा में होंगे,
नीड़ों से झाँक रहे होंगॆ
यह ध्यान परों में चिड़ियों के भरता कितनी चंचलता है!
दिन जल्दी-जल्दी ढलता है!
मुझसे मिलने को कौन विकल?
मैं होऊँ किसके हित चंचल?
यह प्रश्न शिथिल करता पद को, भरता उर में विह्वलता है!
दिन जल्दी-जल्दी ढलता है!
By: हरिवंशराय बच्चन
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हिम्मत करने वालों की कभी हार नहीं होती…
नन्ही चींटीं जब दाना लेकर चढ़ती है…
चढ़ती दीवारों पर सौ बार फ़िसलती है…
मन का विश्वास रगों में साहस भरता है…
चढ़कर गिरना, गिरकर चढ़ना, ना अखरता है…
मेहनत उसकी बेकार हर बार नहीं होती…
हिम्मत करने वालों की कभी हार नहीं होती…
डुबकियां सिंधु में गोताखोर लगाता है…
जा जा कर ख़ाली हाथ लौटकर आता है..
मिलते ना सहज ही मोती गहरे पानी में…
बढ़ता दूना विश्वास इसी हैरानी में…
मुट्ठी उसकी ख़ाली हर बार नहीं होती…
हिम्मत करने वालों की कभी हार नहीं होती…
असफलता एक चुनौती है… स्वीकार करो…
क्या कमी रह गयी, देखो और सुधार करो…
जब तक ना सफल हो नींद-चैन को त्यागो तुम…
संघर्षों का मैदान छोड़ मत भागो तुम…
कुछ किये बिना ही जयजयकार नहीं होती…
हिम्मत करने वालों की कभी हार नहीं होती…
By: हरिवंशराय बच्चन
मरो परन्तु यों मरो कि याद जो करे सभी।
हुई न यों सु–मृत्यु तो वृथा मरे¸ वृथा जिये¸
मरा नहीं वहीं कि जो जिया न आपके लिए।
यही पशु–प्रवृत्ति है कि आप आप ही चरे¸
वही मनुष्य है कि जो मनुष्य के लिए मरे।।
By: मैथिलीशरण गुप्त
नबी के पास वह अभियोग लाया।
मुझे आज्ञा मिले प्रतिशोध लूँ मैं।
नहीं निःशक्त वा निर्बोध हूँ मैं।
उन्होंने शांत कर उसको कहा यो
स्वजन मेरे न आतुर हो अहा यों।
चले भी तो कहाँ तुम वैर लेने
स्वयं भी घात पाकर घात देने
क्षमा कर दो उसे मैं तो कहूंगा
तुम्हारे शील का साक्षी रहूंगा
दिखावो बंधु क्रम-विक्रम नया तुम
यहाँ देकर वहाँ पाओ दया तुम।
By: मैथिलीशरण गुप्त
भरी दुपहरी में अंधियारा
सूरज परछाई से हारा
अंतरतम का नेह निचोड़ें-
बुझी हुई बाती सुलगाएँ।
हम पड़ाव को समझे मंज़िल
लक्ष्य हुआ आंखों से ओझल
वतर्मान के मोहजाल में-
आने वाला कल न भुलाएँ।
आओ फिर से दिया जलाएँ।
आहुति बाकी यज्ञ अधूरा
अपनों के विघ्नों ने घेरा
अंतिम जय का वज़्र बनाने-
नव दधीचि हड्डियां गलाएँ।
आओ फिर से दिया जलाएँ
By: अटल बिहारी वाजपेयी
घिरें प्रलय की घोर घटाएँ,
पावों के नीचे अंगारे,
सिर पर बरसें यदि ज्वालाएँ,
निज हाथों में हँसते-हँसते,
आग लगाकर जलना होगा।
क़दम मिलाकर चलना होगा।
हास्य-रूदन में, तूफ़ानों में,
अगर असंख्यक बलिदानों में,
उद्यानों में, वीरानों में,
अपमानों में, सम्मानों में,
उन्नत मस्तक, उभरा सीना,
पीड़ाओं में पलना होगा।
क़दम मिलाकर चलना होगा।
उजियारे में, अंधकार में,
कल कहार में, बीच धार में,
घोर घृणा में, पूत प्यार में,
क्षणिक जीत में, दीर्घ हार में,
जीवन के शत-शत आकर्षक,
अरमानों को ढलना होगा।
क़दम मिलाकर चलना होगा।
सम्मुख फैला अगर ध्येय पथ,
प्रगति चिरंतन कैसा इति अब,
सुस्मित हर्षित कैसा श्रम श्लथ,
असफल, सफल समान मनोरथ,
सब कुछ देकर कुछ न मांगते,
पावस बनकर ढ़लना होगा।
क़दम मिलाकर चलना होगा।
कुछ काँटों से सज्जित जीवन,
प्रखर प्यार से वंचित यौवन,
नीरवता से मुखरित मधुबन,
परहित अर्पित अपना तन-मन,
जीवन को शत-शत आहुति में,
जलना होगा, गलना होगा।
क़दम मिलाकर चलना होगा।
By: अटल बिहारी वाजपेयी
तुम मन की आवाज सुनो,
जिंदा हो, ना शमशान बनो,
पीछे नहीं आगे देखो,
नई शुरुआत करो।
मंजिल नहीं, कर्म बदलो,
कुछ समझ ना आए,
तो गुरु का ध्यान करो,
तुम मन की आवाज सुनो।
लहरों की तरह किनारों से टकराकर,
मत लौट जाना फिर से सागर,
साहस में दम भरो फिर से,
तुम मन की आवाज सुनो।
सपनों को देखकर आंखें बंद मत करो,
कुछ काम करो,
सपनों को साकार करो,
तुम मन की आवाज सुनो।
इम्तिहान होगा हर मोड़ पर,
हार कर मत बैठ जाना किसी मोड़ पर,
तकदीर बदल जाएगी अगले मोड़ पर,
तुम अपने मन की आवाज सुनो।
By: नरेंद्र वर्मा
FAQ
श्रेष्ठ प्रेरणादायक हिंदी कविताएं क्या हैं?
श्रेष्ठ प्रेरणादायक हिंदी कविताएं क्यों महत्वपूर्ण हैं?
श्रेष्ठ प्रेरणादायक हिंदी कविताएं कहाँ से प्राप्त की जा सकती हैं?
क्या हर कोई श्रेष्ठ प्रेरणादायक हिंदी कविताओं का आनंद ले सकता है?
निष्कर्ष
इस ब्लॉग पोस्ट में, हमने श्रेष्ठ प्रेरणादायक हिंदी कविताओं की एक सूची पेश की है। इन कविताओं में से कुछ कविताएं हमें समझने और जीवन में उतारने के लिए बेहद प्रेरणादायक हैं। उम्मीद है कि आपको इन कविताओं से अच्छा अनुभव मिला होगा और आप अपने जीवन में नई प्रेरणाएं प्राप्त करेंगे।
यदि आपको यह ब्लॉग पोस्ट पसंद आई हो तो कृपया इसे अपने मित्रों और परिवार के साथ साझा करें। हमेशा अपनी पसंदीदा कविताओं को खोजने और प्रेरणादायक कविताओं का आनंद लेने के लिए हमारी वेबसाइट पर आएं। धन्यवाद!
Last updated: अक्टूबर 13, 2023
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मैं शिवाशी, एक हिंदी ब्लॉगर हूँ। मेरा शौक हमेशा से लेखन करना रहा है और जब मैंने ब्लॉगिंग के बारे में सुना, तो मुझे लगा कि यह मेरे लिए एक अच्छा माध्यम होगा अपनी रचनाओं को दुनिया के साथ साझा करने के लिए। Read more about Shivashi..